कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) एक विश्वव्यापी अवधारणा है, जिसे वैश्विक स्तर पर स्वीकार एवं प्रयोग किया जाता है। सीएसआर गतिविधियां किसी कम्पनी की सामाजिक एवं पर्यावरण संबंधी गतिविधियों को उसके व्यावसायिक उद्देश्यों एवं मूल्यों के साथ संरेखित
करती हैं।
एक सामाजिक रूप से जिम्मेदार कॉर्पोरेट नागरिक होने के नाते पारिजात इंडस्ट्रीज इंडिया प्राईवेट लिमिटेड ने विभिन्न सामुदायिक परियोजनाओं के माध्यम से अलग-अलग क्षेत्रों के समुदायों को प्रभावी रूप से लाभ पहुंचाया है। पारिजात इंडस्ट्रीज की सीएसआर गतिविधियां दर्शाती हैं कि कम्पनी अपनी प्रत्येक परियोजना के माध्यम से समुदायों को लाभान्वित करने के लिए प्रतिबद्ध है। पारिजात इंडस्ट्रीज का सीएसआर विजन/ध्येय, दीर्घकालिक/चिरस्थायी समाधान प्रदान करके समुदायों के सामाजिक, सांस्कृतिक, तथा आर्थिक विकास में निरंतर सक्रिय योगदान करना है। पारिजात द्वारा की गई सामाजिक पहलें शिक्षा, रोजगार सृजन, कृषि, पर्यावरण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, ग्रामीण विकास, खेलकूद तथा एवं हमारी अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के क्षेत्रों में हैं।
पारिजात ऊर्जा चक्र (पीयूसी) की शुरुआत वर्ष 2013 में की गई थी। इसका उद्देश्य पारिजात इंडस्ट्रीज प्राईवेट लिमिटेड की सीएसआर पहल के अन्तर्गत अम्बाला, हरियाणा के गांवों को सशक्त बनाना था। पीयूसी का हमेशा यही उद्देश्य रहा है कि शिक्षा, संगीत, खेलकूद एवं कौशल विकास के माध्यम से ग्रामीण बच्चों का समग्र विकास किया जाए; पीयूसी ग्रामीण युवाओं के रोजगार कौशल और व्यक्तित्व को सुधारने के लिए एनआईआईटी फाउंडेशन के साथ मिलकर परियोजनाएं चलाता है।
पीयूसी मूल रूप से एक कंप्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र है, जो कैरियर तथा नॉन-कैरियर दोनों ही तरह के कोर्स संचालित करता है, ताकि जॉब मार्केट में प्रवेश करने वाले ग्रामीण युवाओं के रोजगार कौशल और व्यक्तित्व को बेहतर बनाया जा सके। कैरियर कोर्सेज में कक्षा 12 तथा आगे के विद्यार्थियों के लिए डेटा एन्ट्री, टैली तथा एफएंडबी कोर्स शामिल हैं; तथा नॉन-कैरियर कोर्सेज में बेसिक एवं प्रोफेश्नल आईटी एलीमेन्ट्स तथा सोशल नेटवर्क में सर्टिफिकेट कोर्सेज शामिल है। नॉन-कैरियर कोर्सेज आमतौर पर 12-17 वर्ष की आयु वाले बच्चे करते हैं।
पारिजात इंडस्ट्रीज की एक और शानदार सामाजिक पहल है आनन्द फाउंडेशन, जो कि सॉफ्ट स्किल्स एंगेजमेन्ट का एक शानदार कार्यक्रम संचालित कर रही है, जो पारिजात ऊर्जा चक्र में एनआईआईटी फाउंडेशन द्वारा ऑफर किए जाने वाले कौशल विकास कोर्स का संपूरक है। इसमें संगीत, खेलकूद, पठन-पाठन एवं सार्वजनिक संभाषण शामिल है। साथ ही अम्बाला के सरकारी विद्यालयों में बैडमिन्टन कोर्ट की एक श्रृंखला निर्मित की जा रही है। अम्बाला के सरकारी विद्यालयों में स्वच्छ पेय जल का प्रावधान आनन्द फाउंडेशन (एएफ) की एक और शानदार पहल है।
आनन्द फाउंडेशन (एएफ) की आर्ट इंटर्नशिप, अकादमिक परिवेश के बाहर विद्यार्थियों के विद्वता/अध्ययन एवं विकास के अनुभवों का बेहतर बना रही है। इन इंटर्नशिप का उद्देश्य है युवाओं का एक ऐसा समूह तैयार करना है, जो न केवल विविधता और हमारी अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर को सराहे, बल्कि उस समुदाय की भी पड़ताल करें, जिसमें वे फल-फूल रहे हैं।
पारिजात इंडस्ट्रीज की सामाजिक पहलें केवल शिक्षा के क्षेत्र में ही काम नहीं करती है, बल्कि पर्यावरण को बेहतर बनाने में भी योगदान करती हैं। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में प्लांटोलॉजी के साथ मिलकर नियमित वृक्षारोपण अभियान चलाये जाते हैं, इसका नेतृत्व एनएसजी के साथ मिलकर श्रीमती राधिका आनन्द करती हैं। ये अभियान “फलवान-सभी के लिए फल” मिशन के अन्तर्गत चलाये जाते हैं। आज तक 1,85,000 से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं।
“पारिजात कम्पनी की सीएसआर गतिविधियां इसके सिद्धांत की प्रमुख फिलोफसी के साथ पूरी तरह से फिट बैठती है, कि – कम्पनी के सभी हितधारकों का ध्यान रखा जाए/की परवाह की जाये। इस प्रकार हमारे सीएसआर ने कम्पनी के मौजूदा लोकाचार का विस्तार मात्र किया है।” – विक्रम आनन्द, निदेशक
पारिजात इंडस्ट्रीज की सीएसआर गतिविधियां दर्शाती हैं कि कम्पनी अपनी प्रत्येक परियोजना के माध्यम से समुदायों को लाभान्वित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इनका विजन/ध्येय, दीर्घकालिक/चिरस्थायी समाधान प्रदान करके समुदायों के सामाजिक, सांस्कृतिक, तथा आर्थिक विकास में निरंतर सक्रिय योगदान करना है। पारिजात कम्पनी समूह विश्व के 70 से अधिक देशों में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता वाले एग्रोकेमिकल उत्पाद प्रदान करता है, जिन्हें नैतिक तरीके से बनाया (प्रोड्यूस) और मँगवाया (सोर्स) जाता है। कम्पनी पिछले 10 वर्षों से गुणवत्तापूर्ण, किफायती, असरदार फसल सुरक्षा रसायन प्रदान करके तथा वैश्विक साझेदारी करके दुनियाभर के किसानों को सेवायें प्रदान कर रही है।